यह प्रस्ताव फ्रांस द्वारा तैयार किया गया था, खेल और ओलंपिक के माध्यम से एक ऐसे विश्व के निर्माण का प्रस्ताव था जिसमें हिंसा न हो, अतिवाद न हो, आतंक न हो, यदि ऐसा हो तो उसका मुकाबला खेलों और मानवाधिकारों की भूमिका को बढ़ावा देकर किया जाए। पर इस पर मतदान से भारत ने दूरी बनायी, और अनुपस्थित हो गया।