पॉल लिंच का यह उपन्यास निरंकुशता की चपेट में आये आयरलैंड की तस्वीर पेश करता है। पॉल लिंच ने भारतीय मूल की लेखिका चेतना मारू के पहले उपन्यास ‘वेस्टर्न लेन’ को पीछे कर, बुकर पुरस्कार अपने नाम किया। उन्होंने 50 हजार पाउंड इनामी राशि को ग्रहण किया और कहा कि मैं उस तस्वीर को दिखाना चाहता था जिसमें लोकतंत्र को नष्ट करके अराजकता की स्थापना हो रही है। मैंने पश्चिमी लोकतंत्र में अशांति को देखने की कोशिश की।