नोटबंदी एक सोची समझी साज़िश थी-
रोज़गार तबाह करने की
श्रमिकों की आमदनी रोकने की
छोटे व्यापारों को खत्म करने की
किसानों को नुकसान पहुंचाने की
असंगठित अर्थव्यवस्था को तोड़ने की
99% आम भारतीयों पर हमला, 1% पूंजीपति मोदी ‘मित्रों’ को फायदा पहुंचाने के लिए ये एक हथियार था, यह हथियार था आपकी जेब काटने का , परम मित्र की झोली भर कर उसे 609वें नम्बर से दुनिया का दूसरा सबसे अमीर बनाने का!