अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशन के पुराने निर्माण को तोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में अगस्त 2022 में दिव्यांगजनों, बुजुर्ग, बीमारों को प्लेटफार्म तक लाने व ले जाने के लिए बनाए गए रैंप को भी तोड़ा जाएगा। लोगों का कहना है कि रेलवे अफसरों की अदूरदर्शिता से इतनी ज्यादा (7.5करोड़)लागत से बने रैंप का उपयोग डेढ़ साल भी नही किया जा सका।
364 करोड़ की लागत से, अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत गाजियाबाद रेलवे स्टेशन को फिर से बनाया जा रहा है। इसमें प्रवेश द्वार से लेकर अधिकारियों के लिए नए कार्यालय, आवास, पार्क, टिकट घर, मल्टीलेवल पार्किंग, प्रतीक्षालय आदि सब कुछ बनाए जाएंगे।