विनय शर्मा दिल्ली में कोचिंग सेंटर चलाते थे। यह कोचिंग कोरोनकाल में लॉकडाउन होने के कारण बन्द हो गयी। वे गांव वापस आये, फिर यहां पर कुछ कुछ काम शुरू किया पर सफलता नहीं मिली। इसके बाद उनको आर्थिक कमी ने घेर लिया। विनय इन हालातों को सह नहीं पाए। मजबूर होकर उन्होंने आत्महत्या का कदम उठा लिया।
देश में 7 हजार से ज्यादा लोगों ने 2022 के बाद आर्थिक समस्या से परेशान होकर इस तरह का कदम उठाया है यह बेरोजगारी का ऐसा दौर है कि इसमें निराशा और नाउम्मीदी के कारण लोग आत्महत्याएं कर रहे हैं।