25 दिनों में 9061 फिलिस्तीनी मारे गए, जिसमें 3600 से अधिक बच्चे शामिल हैं। बच्चों की मौत हवाई हमलों, रॉकेटों से ज्यादा हुई। वे विस्फोटों में जल गए। नवजात शिशु, छोटे बच्चे, स्टूडेंट, वे बच्चे जिन्हें लगता था कि गिरिजाघर में वे बच जाएंगे वे भी मारे गए। ग़ज़ा पट्टी में 23 लाख लोगों में से आधे से ज्यादा 18 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। अभी तक युद्ध में मारे गए लोगों में 40% बच्चे हैं। सभी बेघर हो चुके हैं। भोजन, ईंधन, पानी की भारी कमी के कारण चारो तरफ सिर्फ़ तबाही है। अमेरिका ने सुझाव दिया है कि मानवीय युद्धविराम करें।
युद्ध में 9000 से अधिक फिलिस्तीनी और 1400 से अधिक इज़रायली मारे गए।
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कर्नाटक में जीका वायरस मिलने के बाद सरकार ने परामर्श जारी किया।
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