मणिपुर के कुकी जोमी समुदाय और इसी समुदाय के 10 विधायको द्वारा, केंद्रीय गृह मंत्रालय से लगातार मांग की जा रही है कि यहां से पुलिस कमांडोज को हटाकर केंद्रीय पुलिस बल की तैनाती हो। मोरेह शहर में तैनात एक मैतेई पुलिस अधिकारी की हत्या के बाद लोकल पुलिस ने गहन छापेमारी के नाम पर 15 साल की लड़की से बदसलूकियाँ और छेड़छाड़ की, आगजनी, लूटमार, अंधाधुंध फायरिंग, घरेलू सामानों की लूट पाट, अनायास ही लोगों के ऊपर क्रूरता की। कुकी जोमी समुदाय के लोग दहशत में हैं और उन्होंने कंबल बिछाकर असम राइफल्स के ठिकानों के सामने रात बिताई। कुछ जंगलों की ओर गए।
एक रिपोर्ट के अनुसार मणिपुर राइफल्स की एक बटालियन पर 700 लोगों ने हमला कर बहुत से हथियार लूट लिए उसके बाद यह घटना घटी। एक स्थानीय महिला ने कहा कि परिवार और साथियों के साथ वह केंद्रीय सशस्त्र बलों के ठिकानों के सामने रात बिता रहे हैं क्योंकि कोई घर सुरक्षित नहीं। वे कब आ जाएंगे और गहन तलाशी के नाम पर बदसलूकियाँ करने लगेंगे। सरकार सुरक्षा का आश्वासन नहीं दे रही है। हम दहशत में हैं।