डायल -112 में काम करने वाली महिलाओं के आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस ने जो तरीक़ा खोजा वो अमानवीय है।
वॉशरूम पर ताला लगाया गया, जिससे वे टॉयलेट न जा सकें। पानी पीने से रोका गया। 400 रुपये प्रतिदिन की पगार पर काम करने वाली कर्मचारी अपना वेतन बढ़वाना चाहती हैं, इसके लिए उन्होंने धरना प्रदर्शन किया, उनकी बातों को गंभीरता से लेने के बजाय उनका शोषण हुआ। उन्हें सड़कों पर घसीटा गया, गर्भवती में पेट पर चोट लगी, उन्हें धमकाया गया, बाल खींचकर मारा गया। एक महिला ने कहा कि पुलिस ने कहा अभी तो कम है थाने चलो वहां और मारेंगे। डायल 112 पर फोन करने पर आपके फोन को रिसीव करने और आपकी समस्या को सुनकर उसे फील्ड तक पहुंचाने का काम करने वाले ये कर्मचारी 12 हजार प्रति महीने की तनख़्वाह उठाते हैं जो उनके लिए पर्याप्त नहीं है।