नई दिल्ली में एक समलैंगिक गौरव कार्यक्रम में 2,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया, उन्होंने इंद्रधनुषी झंडे और बहुरंगी गुब्बारे लहराए और भारत में यौन विविधता का जश्न मनाया, लेकिन देश के प्रतिबंधात्मक कानूनों पर चिंता भी जताई।
ढोल और संगीत पर नाचते हुए, प्रतिभागी भारत की संसद के पास जंतर मंतर क्षेत्र में दो घंटे से अधिक समय तक चले। उनके हाथों में बैनर थे जिन पर लिखा था, “सभी के लिए समानता” और “क्वीयर और गौरवान्वित”।
इसी साल अक्टूबर में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने ‘समलैंगिक विवाह’ को मान्यता देने से इंकार करते हुए कहा था कि इस संबंध में भारत की संसद को कानून बनाना चाहिए। यद्यपि सर्वोच्च न्यायालय समलैंगिक जोड़ों को साथ रहने की पूरी आजादी देता है व इसे कानूनी और संवैधानिक अधिकार मानता है।