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Jawaharlal Nehru: एक बार नेहरू जी जल्दबाज़ी में राज्यसभा पहुंचे और उनके जूते कार में रह गए थे। वो बिना जूतों के ही वे सदन में पहुंचे और पूरे आत्मविश्वास से अपना भाषण दिया।
बोशल
November 14, 2024
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Jawaharlal Nehru: नेहरू जी को दाल-चावल बहुत पसंद था। वो बेहद साधारण भोजन ही पसंद करते थे, यहां तक कि विदेशी दौरों पर भी भारतीय खाना ही पसंद करते थे।
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Jawaharlal Nehru: नेहरू जी को किताबें पढ़ने का बहुत शौक था। वो जेल में रहते हुए 200 से ज्यादा किताबें पढ़ चुके थे और उनकी निजी लाइब्रेरी में हजारों किताबें थीं। उन्हें साहित्य, इतिहास, दर्शन और विज्ञान के बारे में पढ़ने का बेहद शौक था।
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Jawaharlal Nehru: नेहरू को बच्चों के साथ समय बिताना पसंद था, और वे खुद भी कभी-कभी बच्चों की कॉमिक्स और चित्र-कथाएं पढ़ते थे। वे मानते थे कि कहानियां बच्चों को सीखने में मदद करती हैं।
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Jawaharlal Nehru: पंडित नेहरू के एक दर्ज़ी का नाम मोहम्मद उमर था। उमर की दिल्ली में दो दुकानें थीं। दंगों के दौरान उमर की नई दिल्ली वाली दुकान में आग लगा दी गई, तो पंडित नेहरू ने उसे दोबारा बनाने में सहायता की। उमर ने अपनी दुकान पर लिखवाया “प्रधानमंत्री का दर्जी”। उमर का बेटा पाकिस्तान चला गया तो उसने वहां पर दर्जी का काम किया वहां पर भी दुकान पर लिखवाया “प्रधानमंत्री का दर्जी”। एक बार उमर से पूछा गया कि उनके बेटे की दुकान पाकिस्तान में चलती है? तो उमर ने कहा “पंडित जी हर जगह बेस्टसेलर हैं।”
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Jawaharlal Nehru: नेहरू जी ने एक बार संयुक्त राष्ट्र महासभा में 6 घंटे लंबा भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने भारत की विदेश नीति, शांति और साम्राज्यवाद पर अपने विचार रखे। इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया।
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