सोमवार की सुबह प्रदूषण का स्तर इतना ख़राब हो गया कि दिल्ली की हवा सांस लेने लायक नहीं रही उसके साथ ही कोलकाता और मुम्बई भी। यह सब दिवाली के पटाखों के कारण बहुत बढ़ गया।
सुप्रीम कोर्ट के मना करने के बावजूद भी लोगों ने पटाखे जम कर जलाए और पर्यावरण को ज़हर बनाया।