हिंसा में पीड़ित 64 लोगों के शव, जिनको पहचानने वाला कोई नहीं था, जो कई महीनों से मुर्दाघर में लावारिस पड़े थे, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार मुर्दाघर से स्थानांतरित कर दिए गए। इन शवों को केंद्रीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा के साथ मणिपुर के उस समय के हिंसाग्रस्त जिलों में भेजा गया, जो हिंसा में सबसे ज्यादा प्रभावित रहे।
ताकि पीड़ितों को उचित तरीके से दफनाया जा सके।
अभी तक 19 शवों को कांगपोकपी और 41 शवों को चुराचांदपुर ले जाया गया, वहां पर इनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।