आईआईटी कानपुर प्रशासन को शिकायत मिली है कि प्लेसमेंट के लिये कैंपस में आने वाली कंपनियाँ विभेदकारी नीतियाँ अपना रही हैं। शिकायत के अनुसार, बहुत सारी प्राइवेट कंपनियाँ छात्रों को उनकी आईआईटी प्रवेश परीक्षा में आयी रैंक का खुलासा करने के लिए बाध्य कर रही हैं। जबकि नौकरी मिलने का आधार उनकी बीटेक की पढ़ाई होनी चाहिए न कि 4 साल पहले छात्रों द्वारा आईआईटी में प्रवेश के लिए दी गई परीक्षा।
आईआईटी प्रशासन ने इसकी जाँच करने के लिए आदेश दे दिये हैं।