सीवर सफ़ाई के दौरान मौत हो जाने पर 30 लाख का मुआवज़ा मिलना चाहिए: सुप्रीम कोर्ट
- बोशल
- October 21, 2023
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Mughal Monuments Revenue : मुगलों को बदनाम करने वाली BJP की सरकार ने देश के पूर्व मुस्लिम शासकों द्वारा बनाए गए पांच सबसे लोकप्रिय स्मारकों से पिछले पांच सालों में सैकड़ों करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। केंद्र सरकार को 2014 के बाद से अकेले ताजमहल और आगरा किले के टिकटों की बिक्री से 700 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ। संस्कृति मंत्रालय द्वारा 3 अप्रैल को संसद में आंकड़े प्रस्तुत किए गए जिससे पता चला कि उत्तर प्रदेश में ताजमहल, नई दिल्ली में कुतुब मीनार और लाल किला, महाराष्ट्र में आगरा किला और रबिया दुरानी का मकबरा पर्यटकों के लिए पांच सबसे लोकप्रिय मुगलकालीन स्मारक हैं। 2019-20 से 2023-24 तक की पांच साल की अवधि में, केंद्र सरकार ने इन पांच स्मारकों पर पर्यटकों को टिकटों की बिक्री से 548 करोड़ रुपये कमाए।
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Judge Speech: सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, न्यायमूर्ति ए.एस.ओका ने कोलंबिया लॉ स्कूल के छात्रों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में आने वाले घृणास्पद भाषण के अधिकांश मामले धार्मिक अल्पसंख्यकों या अल्पसंख्यक जातियों, अनुसूचित जातियों जैसे उत्पीड़ित वर्गों के खिलाफ होते हैं। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कुछ राजनीतिक नेता चुनावी राजनीति में लाभ पाने के लिए, नफरत भरे भाषण बोलते हों या उसमें लिप्त हों। पर यह अध्ययन का विषय है क्योंकि हम हमेशा मानते हैं कि हमारे पास एक बहुत ही स्वस्थ लोकतंत्र होना चाहिए और अगर एक स्वस्थ लोकतंत्र में, राजनीतिक तत्व नफरत भरे भाषणों का इस्तेमाल करते जा रहे हैं, तो यह बहुत चिंता का विषय है। भारत में ऐसे कई उदाहरण हैं जब बहुसंख्यकों को भाषणों से उकसाया जाता है जिससे वे धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमला करें। उन्होंने कहा कि ये भाषण सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ते हैं।
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Waqf Amendment Act 2025: तमिलनाडु सरकार ने वक़्फ़ संशोधन अधिनियम 2025 के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की। यह रिट याचिका DMK के उप महासचिव ए राजा के माध्यम से दायर की गई है, ए राजा लोकसभा सांसद भी हैं। DMK ने कहा है कि इस कानून से तमिलनाडु में लगभग 50 लाख और देश के अन्य हिस्सों में 20 करोड़ मुसलमानों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। 27 मार्च को, तमिलनाडु विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें केंद्र सरकार से वक्फ संशोधन विधेयक वापस लेने का आग्रह किया गया था। पार्टी ने तर्क दिया कि यह अधिनियम JPC के साथ-साथ संसद में चर्चा के दौरान उसके सदस्यों द्वारा उठाई गई गंभीर आपत्तियों पर विचार किए बिना जबरदस्ती पारित किया गया है।
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Freedom of expression: राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी की एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर गुजरात पुलिस ने FIR दर्ज किया, अभियोजन पक्ष के अनुसार इमरान प्रतापगढ़ी ने जामनगर में एक शादी में भाग लेने के बाद, एक वीडियो अपलोड किया, जिसके बैकग्राउंड में कविता चल रही थी, “ऐ खून के प्यासे बात सुनो”। उस FIR को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज हुए कहा कि कविता हिंसा को बढ़ावा नहीं देती बल्कि कविता लोगों को हिंसा का सहारा लेने से बचने और अन्याय का सामना प्यार से करने के लिए प्रोत्साहित करती है। कविता में कहा गया है कि अगर अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई में हमारे प्रियजनों की मौत हो जाती है, तो हमें उनके शवों को दफनाने में खुशी होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भले ही बड़ी संख्या में लोग दूसरे द्वारा व्यक्त किए गए विचारों को नापसंद करते हों, लेकिन व्यक्ति के विचार व्यक्त करने के अधिकार का सम्मान और संरक्षण किया जाना चाहिए।
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Suo motu cognizance: सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस राम मनोहर नारायण मिश्र द्वारा दिए गए विवादित निर्णय पर सुनवाई शुरू करने का फैसला किया। यह इलाहाबाद का वह निर्णय है जिसमें 11 साल की लड़की के प्राइवेट पार्ट को गलत तरीके से छूने और उसे नग्न करने की कोशिश को अपराध नहीं माना गया था। इस मामले से जुड़ी एक जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बेला त्रिवेदी की बेंच ने सुनने से इनकार कर दिया था पर जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच द्वारा इसकी सुनवाई शुरू की गई।
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Burnt currency notes: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस डी के उपाध्याय की रिपोर्ट और जस्टिस यशवंत वर्मा के जवाब को सार्वजनिक किया। जस्टिस वर्मा ने कहा है कि उन्हें अधजले नोटों की बोरियों और उनके इस तरह स्टोर रूम में रखने की कोई जानकारी नहीं है। उन्हें यह ख़बर ही तब मिली जब इसका वीडियो बना कर अपलोड किया गया। जिस स्टोर रूम में ये पैसे मिले हैं वहां उनके परिवार का आना जाना भी नहीं है और वहां उनके माली, नौकर और अन्य लोग आ जा सकते हैं। यह मामला एक साजिश की तरह लगता है। वे पैसे सिर्फ़ बैंक से निकालते हैं जिसका ब्यौरा उनके पास उपलब्ध है।
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