औरैया में एक लड़का विधूना CHC से बहन के शव को पीठ से बांध, बाइक से लेकर अस्पताल से बाहर निकला, क्योंकि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास शव को ले जाने की व्यवस्था नहीं है।
स्थानीय पत्रकार के पूछने पर पता चला, एक 20 साल की लड़की अंजलि इमर्शन रॉड से पानी गर्म करते समय बेहोश हो गयी, परिवार पास के सामुदायिक केंद्र पर ले गया, जहां पर चिकित्सकों ने कहा कि इसे ले जाइए यह मृत है, परिजनों ने कहा पोस्ट मॉर्टम से पता चल जाएगा कि इसकी मौत कैसे हुई?
पर डॉक्टर बाहर निकल गए।
किसी ने सहयोग नहीं किया। परिजन शव वाहन की मांग करने लगे तो कहा गया कि शव वाहन मेडिकल कॉलेज के लिए है, जिस अस्पताल में 100 बेड होता है वहां के लिए शव वाहन होता है। इसलिए परिजन शव को बाइक पर ले आये।
फिलहाल उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था ठीक नहीं है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (कॉम्युनिटी हेल्थ सेंटर) के अधीक्षक ने सभी बातों से इनकार करते हुए कहा कि यदि शव वाहन मांगा जाता तो हम दे देते। हमें नहीं मालूम कि शव को पीठ पर बांधकर बाइक से ले जाया गया। हम पता करते हैं यह सब कैसे और क्यों हुआ।