कुछ लोगों ने इस घटना की निंदा की और कहा कि सरकार इतने गरीब लोगों को ‘अतिक्रमण हटाने की मुहिम’ के नाम पर भिखारी बना देगी। ठेले को तोड़ने के बजाये उसे वेंडर कॉर्नर में शिफ्ट करा देते तो ज्यादा बेहतर होता। वह एक ग़रीब व्यक्ति है उसकी जीविका का एक ही साधन था वह भी चला गया।