एक कर्मचारी ने बताया कि हमें बंधुआ मजदूर की तरह ट्रीट किया जा रहा है, हर तरह से शोषण किया जा रहा है। 3-4 कर्मचारियों ने हाल ही में आत्महत्या कर ली है।
KGMU में काम कर रहे कर्मचारी सैलरी कटौती और छुट्टियों को लेकर हड़ताल पर उतरे। सरकार ने उनकी बात को अनसुना करते हुए यह कहा था कि यदि उनके कारण किसी की मौत होती है तो मुकद्दमा किया जाएगा।