मई 2023 में भारतीय विदेशमंत्री एस. जयशंकर और उनके इस्राएली समकक्ष इलाई कोएन के बीच एक समझौता हुआ था। समझौते के अनुसार 42 हजार भारतीयों को इस्राएल में काम करने का मौका मिला है। इनमें 34 हजार कर्मचारियों को निर्माण के क्षेत्र में और आठ हजार भारतीयों को नर्सिंग के क्षेत्र में तैनाती की संभावना जताई गयी है।
समझौता मई में हुआ और युद्ध अक्टूबर में शुरू हुआ।