मुख्यमंत्री तमिलनाडु ने कहा कि द्रमुक की युवा शाखा, छात्र शाखा, चिकित्सा शाखा द्वारा शुरू किया गया नीट(राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) विरोधी हस्ताक्षर अभियान, एक जन आंदोलन बन गया है। नीट परीक्षा सामाजिक न्याय के ख़िलाफ़ है।
उन्होंने कहा कि नीट को लेकर राज्य में आत्महत्याओं का सिलसिला बहुत ज्यादा हो गया, यह परीक्षा राज्य के मेडिकल का आधारभूत ढांचा नष्ट कर रही है। यह तमिलनाडु पर थोपा गया है, हमने कानूनी संघर्ष शुरू किया है और हम नीट से छूट हासिल करके रहेंगे।