पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि
हम यहां भारत में ‘जीवित किंवदंती’ राहुल गांधी के नेतृत्व में एकता और न्याय के लिए लोगों की पदयात्रा पर चर्चा करने के लिए आए हैं। मैं उन्हें जीवित किंवदंती कहता हूं क्योंकि वह 6,000 किमी से अधिक चलने का दृढ़ संकल्प और साहस रखने वाले एकमात्र नेताओं में से एक हैं। लाखों लोग उनके साथ जुड़ रहे हैं। अब न्याय के लिए आवाज उठाने का समय आ गया है।