राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने BBC कोबताया कि बचाव अभियान पूरी रात जारी रहेगा।
हसनैन ने कहा कि एक बार मजदूरों तक पहुंच बन जाने पर उन्हें निकालने में कम से कम तीन से चार घंटे का समय लगेगा।
NDRF के कर्मचारी उन्हें स्ट्रेचर से बाहर निकालेंगे एनडीआरएफ के चार जवानों की तीन अलग-अलग टीमें बनाई गई है। हर एक श्रमिक को सुरक्षित बाहर निकालने में 3-5 मिनट का व़क्त लगेगा।