उत्तराखण्ड की सिल्क्यारा सुरंग में 12 नवम्बर से फँसे 41 श्रमिकों को अभी तक निकाला नहीं जा सका है। इस बीच उनके मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। फँसे हुए सभी श्रमिक स्वयं तनाव दूर करने के लिए चोर-पुलिस खेलते हैं।बचाव स्थल पर मौजूद मनोवैज्ञानिक श्रमिकों को तनाव मुक्त रखने के लिए लूडो और ताश के पत्ते उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं।