एक RTI के जवाब में IRCTC ने खुलासा किया कि गरीबों की जीवन रेखा मानी जाने वाली ट्रेन यात्रा अब टेढ़ी खीर बनती जा रही है। लिखते हैं, पिछले छह महीनों में 1.4 करोड़ यात्रियों को ट्रेन यात्रा से वंचित कर दिया गया क्योंकि उन्हें कन्फर्म सीटें नहीं मिल सकीं।