एक महीने में इस विनाशकारी युद्ध में मारे गए 10 हजार फिलिस्तीनियों में 40 प्रतिशत से अधिक बच्चे शामिल हैं, संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 1200 से ज्यादा बच्चे लापता हैं। ऐसा अनुमान है कि हवाई हमलों में जो इमारतें ढह गई हैं, बच्चे उनके नीचे दबे हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि ग़ज़ा में 50 हज़ार से ज्यादा गर्भवती महिलाएं हैं।
अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के नष्ट और बन्द होने के कारण उनको तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोई मलबे के पास पैदा हो रहा है तो कोई सड़क पर। शरणार्थी शिविरों के लिए काम करने वाली एजेंसियां इस बात को बार बार कह रही हैं कि युद्ध में इस तरह बच्चों और महिलाओं को कीमत नहीं चुकानी चाहिए थी। ग़ज़ा के बच्चों के लिए विनाशकारी स्थिति बन गयी है।