UAE में आयोजित होने जा रही पर्यावरण समिट COP28 में भारत ‘कूलिंग’ को लेकर बड़ा वादा कर सकता है. जलवायु परिवर्तन को साधने और वैश्विक तापमान को एक निश्चित तापमान से आगे ना बढ़ने देने के लिए कूलिंग अर्थात् ठंडा रखने के साधनों को सस्टेनबल बनाना ज़रूरी है. इसलिए संभावना है कि भारत इस दिशा में ज़रूरी कदम उठाएगा और जलवायु परिवर्तन की लड़ाई में अपनी भूमिका को मज़बूत करेगा. इस भूमिका का स्वाभाविक परिणाम होगा एसी और रेफ्रीजिरेटर जैसी डिवाइसेस के मूल्य में बढ़ोतरी.
आगामी COP28 में भारत कर सकता है बड़ा वादा!
Previous Article