अलीगढ़ के रोडवेज बस स्टैंड के चौराहे पर एक परिवार की दयनीय हालत देखी गयी। एक पिता कर्ज में डूबने के कारण अपने बेटे को 6 से 8 लाख रुपए में बेचने को मजबूर हो गया है। अपनी पत्नी, एक बेटी और बेटे के साथ चौराहे पर पर बैठकर, बेटे की सेल लगाये, गले में एक पट्टिका लटका कर उन्होंने उसपर लिखा, ‘मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे मेरा बेटा बेचना है’।
उसने एक प्रॉपर्टी खरीदने के लिए कुछ लोगों से उधार लिया था। लेकिन कर्जदार ने हेरा फेरी करके राजकुमार को मूर्ख़ और कर्जदार बना दिया और अपने रुपए निकलवाने के लिए उसकी उस प्रॉपर्टी के कागजों को बैंक में रखवा कर लोन इश्यू करा लिया। राजकुमार का आरोप है कि ना मुझे प्रॉपर्टी मिली और ना ही मेरे हाथ में रुपया आया। यही कहानी कहते हुए राजकुमार एक आन्दोलनकर्ता के रूप में बैठे हैं। पता नहीं उन्हें न्याय मिलेगा या नहीं।
मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे मेरा बेटा बेचना है।
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