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LGBT समुदाय के दो युवकों के साथ दिल्ली में सामूहिक बलात्कार; दोनों युवक बांग्लादेशी हैं, इनमें से एक दिल्ली में पढ़ता है और दूसरा दिल्ली घूमने आया था; रामलीला देखकर लौट रहे 5 लड़कों ने की ये घटिया हरकत;
बोशल
October 23, 2023
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मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम पर मानव तस्करी के आरोप लग रहे हैं। एक प्राइवेट एंबुलेंस में जबरदस्ती ले जाई जा रही महिलाओं ने कहा कि वे अपनी प्रेत बाधा शांत करने के लिए बागेश्वर धाम आई थीं। उन्होंने बागेश्वर धाम की महिला सेवादारों पर आरोप लगाया कि उन्होंने लड़कियों के बाल खींचे और उनके शरीर पर चोट पहुंचाई गई, अब उन्हें जबरन कहीं ले जाया जा रहा था। स्थानीय पत्रकारों ने सेवादारों से बात करने की कोशिश की तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया लेकिन कुछ सेवादारों ने लड़कियों पर चोरी का इल्ज़ाम लगाया।
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मध्य प्रदेश शहडोल की सिविल न्यायधीश अदिति कुमार शर्मा ने न्यायिक सेवा से इस्तीफ़ा दिया। उन्होंने इतना बड़ा कदम विरोधस्वरूप उठाया है क्योंकि जिला जज राजेश कुमार गुप्ता, जिनपर उन्होंने लगातार यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, उनकी पदोन्नति मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में हो गई। न्यायाधीश अदिति शर्मा ने न्यायपालिका की निंदा की। उन्होंने भारत की राष्ट्रपति, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, महापंजीयक, भारत के सर्वोच्च न्यायालय और कॉलेजियम से गुप्ता की पदोन्नति पर पुनर्विचार का अनुरोध करते हुए शिकायत दर्ज कराई थी, पर उनकी शिकायतों का निवारण नहीं हुआ। उन्होंने एक पत्र में कहा कि “ मैं न्यायिक सेवा से इस्तीफा दे रही हैं, इसलिए नहीं कि मैंने संस्थान को विफल किया है—बल्कि इसलिए कि संस्थान ने मुझे विफल किया है।” उन्होंने लिखा, “सालों तक, मुझे लगातार प्रताड़ित किया गया—न केवल मेरे शरीर या मन को, बल्कि मेरी गरिमा, मेरी आवाज़ और एक महिला न्यायाधीश के रूप में मेरे अस्तित्व को भी, जिसने एक वरिष्ठ न्यायाधीश के खिलाफ बोलने का साहस किया…।”
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राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने राज्यसभा में सवाल उठाया कि गृह मंत्री 8 अप्रैल को जम्मू कश्मीर गए थे, तो कैसे 22 अप्रैल को पहलगाम में इतना बड़ा हादसा हो गया? उन्होंने कहा कि आतंकी 400 किलोमीटर तक अंदर आ गए, किसी को पता कैसे नहीं चला? वरिष्ठ वकील ने कहा कि हम लड़ाई सिर्फ़ पाकिस्तान से नहीं कर रहे हैं, इसमें पाकिस्तान और चीन दोनों शामिल हैं।
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ओडिशा(Odisha) के जगतसिंहपुर जिले में एक भयावह घटना में दो भाइयों, भाग्यधर दास और पंचानन दास, ने एक 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ एक साल तक कई बार बलात्कार किया, जिसके परिणामस्वरूप वह सात महीने की गर्भवती हो गई। जब उन्हें उसके गर्भवती होने का पता चला, तो उन्होंने अपने अपराध को छिपाने के लिए उसे जिंदा दफनाने की कोशिश की। ये भाई उस स्थानीय मठ (आश्रम) में काम करते थे, जहां नाबालिग अक्सर जाती थी। पीड़िता के पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।पीड़िता वर्तमान में जिला मुख्यालय अस्पताल में चिकित्सा देखभाल में है। मामला बलात्कार और पॉक्सो एक्ट के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया है।
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बलात्कार पीड़ित के अधिकारों को बलात्कारी के अधिकारों से ज़्यादा प्राथमिकता नहीं दी जानी चाहिए। हाल ही में स्कॉटलैंड में क्राउन ऑफिस एंड प्रोक्यूरेटर फिस्कल सर्विस (COPFS) द्वारा जारी एक नए दिशानिर्देश ने विवाद को जन्म दिया है। यह दिशानिर्देश सुझाव देता है कि 17 वर्ष से कम आयु के कथित यौन अपराधियों (विशेष रूप से बलात्कार के आरोपी) के खिलाफ अभियोजन का निर्णय लेते समय पीड़ितों के अधिकारों को उनके हमलावरों के “सर्वोत्तम हितों” के ऊपर प्राथमिकता नहीं दी जानी चाहिए।
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Sexual Abuse: सबूतों के अभाव मे ब्रजेश ठाकुर और उनके सहयोगी, शाइस्ता प्रवीण उर्फ मधु और कृष्ण कुमार को SC/ST अदालत द्वारा बरी कर दिया गया। इन तीनों पर 2018 में मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में 40 से अधिक नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप था। इन तीनों को 2020 में दिल्ली की एक अदालत द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। ब्रजेश ठाकुर का यह NGO (आश्रयगृह, सेवा संकल्प) राज्य द्वारा वित्त पोषित है और ठाकुर राजनैतिक दलों से जुड़े हुए हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया था जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) ने बिहार के समाज कल्याण विभाग में एक रिपोर्ट दाखिल की, जिसमें भयावह यौन शोषण के मामलों का विवरण दिया गया था।
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फिलिस्तीनी न्यूज़ एजेंसी ने बताया कि इजरायली आक्रमण से रविवार को ग़ज़ा में 400 से अधिक लोग मारे गए।
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केंद्र सरकार की रथ प्रभारी योजना पर चिंता जताते हुए, भारत सरकार के पूर्व सचिव ई.एस. सरमा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। यह कहा कि यदि चुनाव आयोग इस पर रोक नहीं लगाता तो यह लोकतंत्र की अपूरणीय क्षति होगी।
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