छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य पर कब्ज़ा करने के लिए अडानी कंपनी ने सभी कानूनों और मानदंडों का उल्लंघन किया है। हसदेव अरण्य को बचाने के लिए आदिवासियों की लड़ाई का प्रतिनिधित्व करने वाले आलोक गुप्ता ने कहा कि हसदेव में अडानी प्राकृतिक संसाधनों को लूट रही है। यहां फर्जी और मनगढ़ंत ग्राम सभा, और उसके दस्तावेज तैयार किए गए हैं। कंपनी आंदोलन को तोड़ने और बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार भी करती है। छत्तीसगढ़ में कोयला खदानों के खिलाफ जनजातीय प्रतिरोध को रोकने के लिए अडानी समूह ने समुदाय के ही सदस्यों को बांटना और उन्हें लड़ाना शुरू कर दिया है।
- बोशल
-
November 25, 2024
- 1475 Views
0 0