ये वायरस बहुत घातक है। यह 50-60 पशुओं के झुंड को एक हफ्ते के भीतर ही प्रभावित कर सकता है। आमतौर पर पालतू पशुओं में फैलने वाला ये वायरस जंगल सफारी के जू में कैसे घुसा? यह एक रहस्य है।
राष्ट्रीय रोग अनुसंधान केंद्र बरेली यूपी की लैब से रिपोर्ट आने के बाद वन विभाग के लोग हैरान है कि आखिर इस वायरस का अटैक जू में कैसे हुआ। अब वन विभाग की टीम आस-पास के गांव में सर्वे करने जाएगी।